जैविक खेती से बढ़ती है फसल की गुणवत्ता
किसानों को जैविक खेती के बारे में किया गया जागरूक
आरएस पुरा । किसानों को जैविक खेती के प्रति जागरूक करने के मकसद से शुक्रवार को कृषि विभाग की तरफ से हॉलिस्टिक एग्रीकल्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत जोन कीरपिंड के अधीन आते गांव तुतडे में एक दिवसीय किसान गोष्ठी एवं जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया।
कृषि विभाग की कृषि विस्तार अधिकारी सलोनी सढोत्रा की अध्यक्षता में आयोजित इस एक दिवसीय जागरूकता कैंप के दौरान कृषि विभाग के एसएमएस अरुण जराल, सतवीर सिंह तथा कृषि विभाग के कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर मनीष सहित कृषि विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे जिन्होंने किसानों को जैविक खाद बनाने के साथ-साथ जैविक खेती करने संबंधी जागरूक किया।
इस मौके पर कृषि विभाग के एसएमएस अरुण जराल ने कहा की किसानों द्वारा खेतों में अधिक कीटनाशक दवाइयां का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसका नुकसान इंसान की सेहत पर पड़ रहा है। ऐसे में कृषि विभाग का प्रयास है कि किसानों को जैविक खेती के प्रति जागरूक किया जाए और उन्हें जैविक खेती करने संबंधी प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से हॉलिस्टिक एग्रीकल्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया जा रहा है जिसके तहत किसानों को जैविक खेती करने संबंधित जागरूक किया जा रहा है और इस पंचायत में कृषि विभाग की तरफ से 5 क्लस्टर भी बनाए जा चुके हैं।
कृषि विस्तार अधिकारी सलोनी सढोत्रा ने बताया कि आज लगभग पंचायत के 50 के करीब किसानों को जागरूक करने के साथ.साथ उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को बताया गया है कि वह किस तरह से जैविक खाद्य तैयार करके इसका इस्तेमाल अपने खेतों में कर सकते हैं और इस खाद से फसल की गुणवत्ता बढ़ती है। इस मौके पर कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ-साथ कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने भी अपने-अपने विचारों के माध्यम से किसानों को जागरूक किया। इस मौके पर कृषि विभाग के अजय शर्मा सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।