लेह । केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में हो रही लगातार बारिश के कारण लेह के खरयूक इलाके में 450 साल पुरानी एक इमारत गिर गई।
स्थानीय निवासी हैदर ने बताया कि तेज बारिश के कारण इलाके में कुछ पुराने घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हैदर ने कहा कि इस बार जो बारिश हुई है, उससे पुरानी इमारतों को नुकसान हुआ और कमरों में पानी जाने लगा। उन्होंने कहा कि 2010 में बादल फटा था लेकिन नुकसान इतना नहीं हुआ था लेकिन इस बार पुरानी इमारतों को काफी नुकसान हुआ है।
गौरतलब है कि मेट्रोलॉजिकल सेंटर लद्दाख ने रविवार को कहा था कि क्षेत्र के ऊंचे इलाकों में व्यापक बारिश और बर्फबारी होगी। रविवार को पिछले 9 घंटों के दौरान लेह में 14.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। रविवार को भी अगले 24 घंटों के लिए लद्दाख के लिए लाल रंग की चेतावनी जारी की गई। लद्दाख में अगले 24 घंटों तक व्यापक बारिश हिमपात होने की संभावना है।
इस बीच केंद्र शासित प्रदेश जम्मू.कश्मीर में भारी बारिश के कारण रामबन जिले में सड़क का एक हिस्सा ढह जाने के बाद सोमवार को जम्मू और श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा। एक स्थानीय निवासी मोहम्मद जहांगीर ने बताया कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सड़कें बर्बाद हो रही हैं और प्रशासन द्वारा कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है। हमें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हमें बहुत पैदल चलना पड़ता है। हाल ही में एक सड़क बह गई थी। हमें मकरकोट में लगभग 1.2 किलोमीटर चलना पड़ा और अब हम 3.4 किलोमीटर और चल चुके हैं। जैसे ही हम रामबन पहुंचे एक और सड़क बह गई। जनता के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। प्रशासन को लोगों को रामबन इलाके में आने से रोकना चाहिए या फिर उन्हें आगे बढ़ने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी चाहिए।