जम्मू-कश्मीर प्रशासन गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण हेतु काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.एलजी सिन्हा
यात्रा सभी के लिए दया और करुणा की परंपरा का प्रतीक
श्रीनगर । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आवाम की आवाज कार्यक्रम का 28वां संस्करण स्थानीय लोगों और पवित्र श्री अमरनाथ जी यात्रा में शामिल सभी हितधारकों को समर्पित किया।
उन्होंने उन सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया जो निस्वार्थ भाव से श्री अमरनाथ जी की आध्यात्मिक यात्रा को तीर्थयात्रियों के लिए सुखद बनाने हेतु दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा ‘ध्यात्मिक यात्रा सभी के लिए दया और करुणा की परंपरा का प्रतीक है। यह पवित्र यात्रा हमें मानवीय गरिमा, सामाजिक समानता और न्याय में निहित जम्मू-कश्मीर के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करती है।’ यूटी प्रशासन द्वारा लिए गए प्रमुख निर्णयों पर प्रकाश डालते हुएए उपराज्यपाल ने कहा कि गरीब और वंचित लोगों का कल्याण प्रशासन की प्राथमिकता हैं और उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने और उनके जीवन में आसानी को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
जम्मू.कश्मीर प्रशासन गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण हेतु प्रतिबद्ध है। भूमिहीनों को भूमि और पीएमएवाई के तहत घर उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी योजना जीवन की गुणवत्ता बढ़ाएगी और हाशिए पर रहने वाले लोगों को सशक्त बनाएगी। गरीब लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा हमारे मूलभूत सभ्यतागत मूल्य हैं। प्राथमिकता वाले परिवारों के लिए प्रधान मंत्री खाद्य अनुपूरक योजना से समाज के एक बड़े वर्ग को लाभ होगा।
उपराज्यपाल ने समाज के सभी वर्गों से उन तत्वों के खिलाफ सतर्क रहने का आह्वान किया जो लोगों को गुमराह कर रहे हैं और गरीबों के हित के खिलाफ काम कर रहे हैं।
उपराज्यपाल ने कहा लोगों को अतीत का बंधक बनकर नहीं रहना चाहिए। हमें जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश के सुनहरे भविष्य के निर्माण हेतु वर्तमान की परिवर्तनकारी यात्रा में शामिल होना चाहिए। समृद्ध जम्मू-कश्मीर के लिए युवा हमारी आशा हैं और उन्हें सरकार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने हेतु एक टीम के रूप में काम करना चाहिए।
इस माह के एपिसोड में, उपराज्यपाल ने जम्मू कश्मीर के नवोन्वेषी और उद्यमशील युवाओं की प्रेरणादायक सफलता की कहानियाँ साझा कीं।
उपराज्यपाल ने जीएचएसएसए क्रेरीए बारामूला के छात्रों शाकिर अहमद, अदनान मुश्ताक और फुरकान रशीद का विशेष उल्लेख किया, जिन्होंने एप्पल ग्रेडर विकसित किया है और दूसरों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा मुझे गर्व महसूस होता है जब मैं देखता हूं कि युवा लड़के और लड़कियां उत्साह के साथ नए आविष्कारों, नवाचारों पर काम कर रहे हैं।
उपराज्यपाल ने कहा कि कभी.कभी अनजान और नया रास्ता हमारे मन में डर पैदा कर देता है। डर से मुक्त होकरए जम्मू-कश्मीर के युवा सफलता की राह पर चल रहे हैं और उद्यमिता के माध्यम से अपनी किस्मत खुद लिख रहे हैं।
ऐसी ही प्रेरणाओं में से एक हैं बारामूला की सफीना मुश्ताकए जिन्होंने अपनी पढ़ाई के बाद कृषि/उद्यमी बनने का फैसला किया। मशरूम की खेती से शुरुआत करते हुएए उन्होंने बाद में फूलों की पौध और संरक्षित खेती में विविधता लाई। उपराज्यपाल ने कहा कि सफीना मुश्ताक ने अपने उत्साह से कृषि/व्यवसाय में एक सफल करियर बनाया है।
इसके अतिरिक्त उपराज्यपाल ने कहा कि रियासी के संदुर कुमार जैसे युवा एक सफल कृषि.उद्यमी का एक शानदार उदाहरण हैं। आजए उन्होंने व्यवसाय के तीन क्षेत्रोंए मशरूम की खेतीए मधुमक्खी पालन और डेयरी को मिलाकर एक टिकाऊ व्यवसाय मॉडल विकसित किया है। ऐसी ताकतए दृढ़ संकल्प और धैर्य ही जम्मू-कश्मीर के तेज विकास के पीछे की असली शक्ति है।
उपराज्यपाल ने कहा डिप्लोमेसी लॉ और बिजनेस में स्नातकोत्तर पीरजादा मुकीम ने डेयरी फार्मिंग की विशाल व्यावसायिक संभावनाओं का दोहन किया है। दूध प्रसंस्करण संयंत्र और भविष्य की कार्य योजनाओं के साथए पीरजादा मुकीम अपनी सफलता की कहानी खुद लिख रहे हैं।
जम्मू की आवाज कलाकार श्रुति अरोड़ा, श्रीनगर के जीआर अहंगर, जम्मू से राजेंद्र प्रसाद, सुमित पुरी और राजेश्वर सिंह तथा अनंतनाग से मुनीब मुश्ताक के जम्मू-कश्मीर में आवाज कलाकारों और गजलकारों को बढ़ावा देनेए शहरी शासन में जनता की भागीदारीए समावेशी स्मार्ट सिटी और सामुदायिक भागीदारी के संबंध में सुझावों को साझा करते हुए उपराज्यपाल ने संबंधित विभागों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उन्होंने स्मार्ट गांवों में पंचायती राज संस्थानों की भूमिका को मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर में कपड़ा कला को बढ़ावा देने पर जम्मू के लवीश कुमार, शोपियां के मुदासिर अहमद मीर, सांबा की वीना जम्वाल और जम्मू की एक कपड़ा कलाकार प्रीति शर्मा से प्राप्त सुझावों को भी आवाज दी।
उपराज्यपाल ने धीरज बिस्मिल और निघात नसरीन को डोगरी और कश्मीरी भाषाओं में उनके समृद्ध योगदान हेतु साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2023 जीतने और बलवान सिंह जमोरिया को बाल साहित्य पुरस्कार जीतने पर बधाई दी।